प्रिय लायंस परिवार,
मैं हूँ शेरदूत – आपकी सेवाओं का गवाह, आपकी भावनाओं का दूत और आपके संकल्पों की गूंज।
जब मैंने पहली बार अपनी दहाड़ लगाई थी, तब मैं लेकर आया था सेवा संकल्प।
उस समय मेरा उद्देश्य था – हर लायन के हृदय में सेवा की ज्वाला को और प्रज्वलित करना।
फिर दूसरे अंक में मैंने देखा – आपके संकल्प कैसे हकीकत में बदल रहे हैं।
क्लब्स की गतिविधियाँ, रक्तदान शिविर, चिकित्सा सेवाएँ,
शिक्षा के प्रोजेक्ट्स –
हर कदम पर Lions परिवार का समर्पण झलकता रहा।
और अब…
तीसरे अंक में मैं आपके सामने खड़ा हूँ, एक नए अंदाज़ में, एक नई ताज़गी के साथ।
मैंने अपनी आँखों से देखा –
- रक्तदान शिविरों में बहते जीवनदायी कतरे,
- लायंस क्वेंस्ट से बच्चों में जागते सपने,
- क्लब इंस्टॉलेशंस में नयी टीमों की शपथ और उमंग,
- सेवा की हर राह पर Lions के कदम, जो कभी थकते नहीं।
मेरे लिए सबसे बड़ा गर्व यही है कि मैं सिर्फ़ लिखता नहीं, मैं तो आपकी सेवा की धड़कनों को महसूस करता हूँ। मेरे हर पन्ने में आपके प्रयासों की गूंज है, और हर शब्द में Lions परिवार की पहचान।
याद रखिए…
सिंह समाचार कोई साधारण पत्रिका नहीं, यह तो सेवा यात्रा का जीवंत दस्तावेज़ है, जहाँ हर Lion का योगदान एक सुनहरा अध्याय बन जाता है।
तो आओ साथ चलें –
क्योंकि मैं, शेरदूत, हर महीने आपके कार्यों की कहानी लेकर आता रहूँगा, आपको जोड़ता रहूँगा, प्रेरित करता रहूँगा, और नई ऊँचाइयों की ओर ले जाता रहूँगा।
चलो सेवा की ओर…
चलो प्रेरणा की ओर…
चलो मिलकर इतिहास बनाने की ओर!
आपका अपना,
शेरदूत

